पाठ जात्रा

बस्तर की जो अंतराष्ट्रीय पहचान बनी है उसमें यहां के रीति रिवाजों और परम्पराओं का बहुत योगदान है। इसमें सबसे खास बात यह है कि यह 75 दिनों तक चलता है और इन पूरे 75 दिनों तक ट्राईबल कल्चर को नजदीक से देखा जा सकता है। बस्तर दशहरे में कई रस्में निभाई जाती है और … Read more

Goncha Festival in Bastar

बस्तर दशहरा के बारे में विस्तार से मैंने अपने ब्लॉग में चर्चा की है , बस्तर में मनाया जाने वाला दशहरा कई मायनों में अन्य त्योहारों से जुदा है दृ इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए कृपया  बस्तर दशहरा  ब्लॉग पढिये बस्तर जिले में दशहरा के बाद जिस पर्व का बेसब्री से इंतजार होता … Read more

बस्तर दशहरा

बस्तर में दशहरे का इतिहास 612 वर्ष पुराना है। आस्था और परस्पर सहायोग का प्रतीक बस्तर दशहरे की शुरूआत 1408 में काकतीय महाराजा पुरषोत्तम देव ने की थी । इसमें खास बात यह है कि यह त्यौहार राम की रावण पर विजय के प्रतीक के रूप में नहीं मनाई जाती है। तो फिर क्यों मनाई … Read more

बस्तर के मेले और मड़ई

बस्तर में प्रमुख रूप से कौन कौन से मेलों का आयोजन होता है? और उनके क्या धार्मिक महत्व होते हैं ? वर्तमान में कुछ ऐसे मेले मड़ई है जिन्हें छत्तीसगढ़ शासन बाकायदा प्रायोजित करती है। और इन्हें आज महोत्सव का दर्जा मिल गया है। दरअसल एक जमाना था जब इन्हें भी मेला या मड़ई ही … Read more

Bali Festival

Bali Festival क्या है? मुझे बकावण्ड ब्लाॅक में ही कुछ जगहों पर जाने का अवसर मिला जहां कुछ अद्भुत नजारे देखने को मिले । सामाजिक कार्यकर्ता असित शेखर नायक के साथ बकावण्ड के धोबीगुड़ा इलाके से होते हुए ग्राम पंचायत उलनार और टलनार हम पहॅुंचे जहां एक अनोखी परम्परा के बारे में जानकारी मिली जिसे … Read more

Nag Dynasty In Bastar

प्रारंभिक इतिहास बस्तर में काकतीय वंश के पहले नाग वंश का शासन था। बस्तर के बारे में पूरा इतिहास जानने के लिए नागवंशों के बारे में जानना जरूरी है। बस्तर में नागवंशीय शासकों की दो शाखाएं थीं इनके अपने चिन्ह थे प्रथम शाखा का चिन्ह शावक संयुक्त व्याघ्र था तो दूसरी शाखा का चिन्ह कमल-कदली … Read more