kendra shasit pradesh. 8 केंद्र शासित प्रदेशों के नाम।

kendra shasit pradesh kya hai :–

यह प्रश्न महत्वपूर्ण है कि kendra shasit pradesh क्या है, और यह राज्यों से कैसे भिन्न है, तो निम्न बिंदुओं के आधार पर इस अंतर को समझा जा सकता है ।

i) भौगोलिक रूप से राज्य  का क्षेत्रफल केंद्र शासित प्रदेशों से बड़ा होता है, परंतु इसके भी दो अपवाद है, अंडमान निकोबार और गोवा ।

ii)  kendra shasit pradesh में प्रशासनिक व्यवस्था का प्रमुख राष्ट्रपति होता है, और उसके अधीन उपराज्यपाल या प्रशासक केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन का संचालन करते हैं ।

iii) राज्यों की विधानसभा (विधायिका ) कानून निर्माण का कार्य करती है,जो राज्यों में लागू होते हैं ! वहीं केंद्र शासित प्रदेशों में संसद द्वारा पारित कानून लागू होते हैं ,और स्थानीय स्तर पर समिति द्वारा प्रशासनिक व्यवस्था का संचालन होता है ।

8 kendra shasit pradesh ke naam

क्रमांक 

केंद्र शासित प्रदेश  राजधानी स्थापना वर्ष

भाषाएं

1

अंडमान निकोबार दीप समूह पोर्ट ब्लेयर  1956 हिंदी अंग्रेजी 

2

चंडीगढ़ चंडीगढ़  1966 हिंदी अंग्रेजी 

3

दमन दीव, दादर नगर हवेली  दमन  2020

हिंदी गुजराती कोंकणी 

4 दिल्ली दिल्ली 1956

हिंदी अंग्रेजी 

5

लक्ष्यदीप कवारत्ती 1956 अंग्रेजी 
6 पुदुचेरी  पांडिचेरी 1956

तमिल 

7

जम्मू और कश्मीर जम्मू और श्रीनगर  2019

हिंदी उर्दू 

8 लद्दाख  लेह 2019

हिंदी डोंगरी 

 

केंद्र शासित प्रदेश

“दादर नगर हवेली” kendra shasit pradesh की स्थापना 1961 में की गई थी और “दमन दीप” की स्थापना 1987 में हुई थी । और 26 जनवरी 2020 को  इन दोनों को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बना ।

वर्ष 2019 मे जम्मू कश्मीर और लद्दाख के निर्माण के बाद केंद्र शासीत् प्रदेशों की संख्या 9 हो गयी थी, वर्ष 2020 मे जब दमन दीव और दादर नगर हवेली को एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया तो इनकी संख्या अब 8 है। 

kendra shasit pradesh के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :–

देश की संसद को राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाओं और नाम में परिवर्तन करने का अधिकार प्राप्त है।

संसद ने इसी अधिकार का प्रयोग करते हुए kendra shasit pradesh को राज्यों में और राज्यों को केंद्र शासित प्रदेशों में परिवर्तित किया है।

मणिपुर त्रिपुरा गोवा कभी केंद्र शासित प्रदेश थे जो अब पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं वही जम्मू कश्मीर जैसा बड़ा राज्य अब केंद्र शासित प्रदेश में परिवर्तित हो गया है।

1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों के आधार पर देश में 14 राज्य और 6 केंद्र शासित प्रदेशों की स्थापना की गई थी

1956 में स्थापित 6 केंद्र शासित प्रदेश निम्न थे, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार दीप समूह और लक्ष्यदीप, अमीन दीप और मिनी काय दीप।

वर्ष 1961 में 10 वा संविधान संशोधन द्वारा दादर नगर हवेली को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया।

वर्ष 1962 में 12 संविधान संशोधन द्वारा दमन एवं दीव को और 14 वा संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा पुदुचेरी को संघ शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था।

I).   क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख है, और सबसे छोटा लक्ष्यदीप ।

.ii)  जनसंख्या के आधार पर सबसे बड़ा केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, और सबसे छोटा लक्ष्यदीप है ।

.iii)चंडीगढ़ एकमात्र केंद्र शासित प्रदेश है, जो दो राज्यों की राजधानी है  (पंजाब और हरियाणा ) ।

.iv) सबसे नए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख हैं ।

.v) केंद्र शासित प्रदेशों में मात्र दिल्ली और पांडिचेरी के पास ही विधानसभा है ।

vi) पुदुचेरी ऐसा केंद्र शासित प्रदेश है जिसकी भौगोलिक क्षेत्र तीन अलग-अलग राज्यों में है केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश।

vii) वर्ष 2007 में केंद्र शासित प्रदेश पांडिचेरी का नाम बदलकर पुदुचेरी कर दिया गया था।

viii) 31 अक्टूबर 2019 से जम्मू कश्मीर राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित कर दिया गया जम्मू कश्मीर और लद्दाख ।

ix) 26 जनवरी 2020 को दादर नगर हवेली और दमन दीप को एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया जो अब तक अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश थे ।

वर्तमान केंद्र शासित प्रदेश और उनका विवरण

1) अण्डमान और निकोबार

बंगाल की खाड़ी में स्थित यह केंद्र शासित प्रदेश छोटे-छोटे द्वीपों से मिलकर बना हुआ है इसकी स्थापना संविधान के 7 वें

संशोधन द्वारा 1956 में हुई थी। भारत का यह एकमात्र भौगोलिक क्षेत्र है जहां ज्वालामुखी (बैरन द्वीप) स्थित है।

2) चंडीगढ़

चंडीगढ़ को 1966 में संविधान के 18 वें संविधान संशोधन द्वारा केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा और हरियाणा तथा पंजाब की राजधानी बनाया गया था।

3) दादर नगर हवेली और दमन दीप

दादर नगर हवेली को 1961 में संविधान के 10 वें संशोधन से और दमन दीप को वर्ष 1962 में संविधान के 12 संशोधन द्वारा केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था।

वर्ष 2020 में दोनों को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

4) दिल्ली

दिल्ली को वर्ष 1956 में संविधान के 7 वें संशोधन द्वारा केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था और वर्ष 1991 में संविधान के 69 वें संशोधन द्वारा विधानसभा के गठन का प्रावधान किया गया था।

5) लक्षद्वीप

अरब सागर में स्थित यह केंद्रशासित प्रदेश दीपों से मिलकर बना है इसका भी गठन वर्ष 1956 संविधान के 7 वें संशोधन द्वारा किया गया था।

6) पुदुचेरी

वर्ष 1962 में संविधान के 14 में संशोधन द्वारा पांडिचेरी या वर्तमान पुदुचेरी को संघ शासित क्षेत्र और विधानसभा के गठन का प्रावधान किया गया था।

इस प्रकार संघ शासित क्षेत्रों में मात्र दिल्ली और पुदुचेरी में ही विधानसभा का गठन किया गया है इसमें भी पुदुचेरी में विधानसभा का गठन सबसे पहले हुआ था।

7) जम्मू कश्मीर

भारत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित जम्मू-कश्मीर को संविधान के 7 वें संशोधन द्वारा वर्ष 1956 में राज्य का दर्जा दिया गया था वर्ष 2019 में इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

8) लद्दाख

जम्मू कश्मीर राज्य के अंतर्गत स्थित लदाख को वर्ष 2019 में अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है।

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