Police kaise Bane | पुलिस विभाग में भर्ती कैसे होती है |

शासकीय सेवाओं में पुलिस विभाग में नियुक्ति प्राप्त करना समाज में अत्यंत प्रतिष्ठा और गौरव का विषय होता है उसका मुख्य कारण सेवा में मिलने वाला आत्म संतोष ( job satisfaction ) जॉब गारंटी और सेवा शर्तों में मिलने वाले लाभ प्रमुख है |
वहीं दूसरी ओर पुलिस में सेवा अनेक चुनौतियों से भरा हुआ कार्य भी है, मुख्यतः पुलिस सेवा में कार्य के घंटे निर्धारित नहीं है अर्थात किसी भी आपातकाल में 24 घंटे की भी ड्यूटी पुलिस विभाग के अधिकारी करते हैं |

पुलिस विभाग सीधे जनता से जुड़ा हुआ है, और विभिन्न दबाव समूह जैसे राजनेता, राजनीतिक दल, संगठन, अधिकारी, आम जन पुलिस के कार्य को और चुनौतीपूर्ण बना देते हैं, ऐसे में यदि देश भक्ति और कार्य के प्रति लगाव ना हो तो पुलिस सेवा एक दुस्वप्न भी बन सकती है |

हमारे देश में लाखों युवाओं का सपना एक पुलिस अधिकारी बनकर  देश की सेवा करना होता है, तो चलिए आज जानते हैं कि पुलिस कैसे बने ( Police kaise bane ) पुलिस विभाग में भर्ती होने के लिए किस तरह की औपचारिकताएं पूरी करनी होती है, यह जानेंगे इस लेख में |

सबसे पहले यह जानते हैं कि पुलिस विभाग में कौन-कौन से पद होते हैं जिन पर सीधी नियुक्ति प्राप्त की जा सकती है |

S.N. 

पद नाम 

श्रेणी

भर्ती

1

Constable

Constable

III

सीधीभर्ती

2

Head Constable        Head Constable 

III

प्रमोशन

3

A.S.I. 

       Assistant sub inspector

III

प्रमोशन

4

S.I. 

Sub inspector

III

सीधीभर्ती

5

T.I. 

    Town  inspector

III

प्रमोशन

6

D.S.P.

  Deputy superintendent of                          police

II

सीधीभर्ती

7

A.S.P.

   Assistant superintendent of                        police

II

प्रमोशन

8

S.P. 

     Superintendent of police

I

सीधीभर्ती

9

S.S.P.

Senior superintendent of police

I

प्रमोशन

10

D.I.G. 

     Deputy Inspector General

I

प्रमोशन

11

I.G. 

     Inspector General

I

प्रमोशन

12

D.G.P. 

   Director General of Police

I

प्रमोशन

 

इस प्रकार हमने उपरोक्त टेबल के माध्यम से यह जाना कि किन पदों पर सीधी भर्ती और किन पदों पर पदोन्नति (Promotion) द्वारा भर्ती होती है | निम्न 4 पदो पर सीधी भर्ती पुलिस विभाग मे होती है |

i) सिपाही  (Constable)
ii) सहायक निरीक्षक  (Sub inspector)
iii) उपपुलिस अधीक्षक  (Deputy superintendent of police)
iv) पुलिस अधीक्षक  (Superintendent of police )

अब जानते हैं सीधी भर्ती होने वाले पदों की परीक्षा पद्धति के बारे में | पुलिस विभाग में सबसे प्रारंभिक स्तर पर सीधी भर्ती होने वाला पद सिपाही या कॉन्स्टेबल का होता है, इस पद की भर्ती नियम का निर्धारण पुलिस विभाग द्वारा किया जाता है |

i) सिपाही  (Constable) भर्ती प्रक्रिया 

शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification) —

सिपाही अथवा कॉन्स्टेबल पद पर भर्ती होने के लिए आमतौर पर हायर सेकेन्डरी (10+2) या 12 वीं पास होना अनिवार्य है | यदि विषय के बारे मे विचार करें तो अभ्यर्थी किसी भी विषय से ( आर्ट्स, साइन्स, कॉमर्स ) 12 वीं पास होना चाहिए |

 आयू सीमा  (Age) —

इस पद पर भर्ती प्राप्त करने की आयु सीमा 18 से 25 वर्ष निर्धारित की गयी है ,अलग अलग राज्यों मे अधिकतम आयु सीमा मे परिवर्तन सम्भव है | आरक्षित वर्ग के लिए उच्चतम आयु सीमा मे छूट उपलब्ध है जो 2 से 5 वर्ष तक हो सकती है |

वेतनमान (Salary )

अलग अलग राज्यों के वेतन की राशि मे अंतर हो सकता है | क्योंकि महंगाइ भत्ते की दर राज्यों मे अलग अलग है |

आमतौर पर कॉन्स्टेबल की सेलेरी 5200-20200 ग्रेड पे 2000 से शुरू होती है ,शुरुआती सेलेरी 20 से 25 हजार तक होती है जो समय के साथ बढ़ती जाती है |

अलग-अलग राज्यों में भर्ती प्रक्रिया में कुछ अंतर पाया जा सकता है मुख्यता कॉन्स्टेबल पद पर  भर्ती के निम्न  मानदंड अपनाए जाते हैं |

कांस्टेबल पद के लिए भर्ती प्रक्रिया

1) शारीरिक योग्यता
2) मानसिक योग्यता (लिखित परीक्षा)
3) साक्षात्कार Interviews
1) शारीरिक योग्यता

के तहत 2 तरह के परीक्षण होते हैं पहला सामान्य शारीरिक परीक्षण दूसरा शारीरिक क्षमता

A) सामान्य शारीरिक परीक्षण
B) शारीरिक क्षमता ( खेल कूद )

सामान्य शारीरिक परीक्षण में मुख्यता

निम्न शारीरिक  परीक्षण किए जाते हैं

I) ऊंचाई (Hight)

सामान्य शारीरिक योग्यता के अंतर्गत ऊंचाई महत्वपूर्ण है आमतौर पर आरक्षित वर्ग और सामान्य जनरल वर्ग की ऊंचाई अलग-अलग निर्धारित है जो पूरे देश में लगभग एक समान ही है नीचे दी गई तालिका में आप इसे देख सकते हैं |

S.N.  वर्ग  उचाई
1

Male ( पुरुष )

जनरल

165 C.M.

आरक्षित 

160 C.M. 

2

Female ( महिला )

जनरल

150 C.M. 

आरक्षित 

145 C.M. 

छाती (Chest)

छाती की एक निश्चित माप निर्धारित है जो सामान्य वर्ग और आरक्षित वर्ग के लिए अलग-अलग है इसे नीचे दी गई तालिका में देखा जा सकता है |

S.N. 

वर्ग

माप

फुलाने पर माप 

1

जनरल पुरुष

83 C.M.

87 C.M.

2

आरक्षित  पुरुष

81 C.M.

85 C.M. 

 

इसके बाद अगला महत्वपूर्ण शारीरिक परीक्षण घुटनों का होता है, जब व्यक्ति सावधान की मुद्रा में खड़ा हो तो उसके घुटने आपस में नहीं जुड़ने  चाहिए, घुटना जुड़ना एक शारीरिक विकृति मानी जाती है, और अभ्यार्थी को आगे भर्ती प्रक्रिया  के लिए नहीं भेजा जाता है |

इसके बाद अगला महत्वपूर्ण परीक्षण है समतल तलवा अथवा फ्लैट फुट है | इसके अंतर्गत पैर के तलवों के समतल होने पर यह शारीरिक विकृति मानी जाती है और ऐसा अभ्यार्थी डिसक्वालीफाई हो जाता है |

इसके बाद एक महत्वपूर्ण शारीरिक जांच जो कि आंखों के संबंध में होती है अभ्यर्थी के आईसाइट की जांच की जाती है किसी भी प्रकार की कमी होने पर अभ्यार्थी डिसक्वालीफाई हो सकता है |

.इस प्रकार उपरोक्त सामान्य शारीरिक परीक्षण के बाद शारीरिक क्षमता खेलकूद का परीक्षण किया जाता है, जिसके अंतर्गत निम्न खेलकूद को आधार बनाया जाता है |

S.N. 

खेलकुद

अंक

1

ऊंची कूद 

1.50  Meter

20 अंक 

2

लंबी कूद 

1.50  Meter

20 अंक 

3

गोला फेक

9 feet 

20 अंक 

4

दौड़

100 Meter

20 अंक 

5

दौड़

3000 Meter 

20 अंक 

TOTAL 

100 Marks

 

इस प्रकार शारीरिक क्षमता खेलकूद में विभिन्न खेल गतिविधियों को न्यूनतम अंक 50 से 60 अंक का होता है, जो सामान्य अभ्यार्थी जनरल और आरक्षित वर्ग के लिए अलग-अलग हो सकता है, मे क्वालीफाई करने के बाद अगले चरण लिखित परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलता है |

लिखित परीक्षा

इस परीक्षा का आयोजन स्थानीय स्तर पर संभागीय पुलिस प्रशासन द्वारा किया जाता है अतः परीक्षा में स्थानीय सामान्य जानकारी , भाषा साथ ही गणित तर्क शक्ति, देश विदेश की समसामयिक घटनाएं आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं |
प्रश्न पत्र का पैटर्न आमतौर पर बहुविकल्पी या ऑब्जेक्टिव टाइप होता है, जिसमें लगभग 100 प्रश्न होते हैं और इसमें से अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को मेरिट के आधार पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है |

साक्षात्कार

भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में आमतौर पर पदों के 3 गुना संख्या में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, और शारीरिक योग्यता से प्राप्तांक लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक और इंटरव्यू से प्राप्त अंकों को जोड़कर एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है जिसके आधार पर अभ्यर्थियों का अंतिम चयन होता है |

इस प्रकार इन सारे  चरणों से गुजरने के बाद एक सफल अभ्यर्थी को अंतिम रूप से चयनित करके पुलिस विभाग द्वारा प्रशिक्षण या ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है |

ट्रेनिंग (प्रशिक्षण)

किसी भी सेवा में जाने से पहले ट्रेनिंग या प्रशिक्षण एक अनिवार्य प्रक्रिया है और पुलिस विभाग में तो इसकी महत्ता अलग ही स्तर की है |

कॉन्स्टेबल पद के लिए आम तौर पर एक से डेढ़ वर्ष तक का प्रशिक्षण अनिवार्यता दिया जाता है, और यह प्रशिक्षण स्थानीय पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में संपन्न होता है |

प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थियों को पुलिस प्रशासन के कार्य प्रणाली की जानकारी दी जाती है, साथ ही उन्हें हथियारों को चलाना भी सिखाया जाता है साथ ही  कानून और संविधान की सामान्य जानकारी भी दी जाती है जो सेवा के दौरान उनकी मददगार हो सकती है, प्रशिक्षण के उपरांत पदस्थापना दे दी जाती है |

पदोन्नति प्रमोशन

आमतौर पर संपूर्ण सेवाकाल में एक पुलिस अधिकारी को चार से पांच प्रमोशन मिलने की संभावना होती है जो उसकी कार्यक्षमता और योग्यता पर निर्भर होती है, इसके अलावा पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था भी लागू है आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से जल्दी प्रमोशन पाकर उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं |

इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष विभागीय परीक्षा का आयोजन भी किया जाता है जिस में शामिल होकर पुलिस अधिकारी उच्च पदों पर पदोन्नत हो सकते हैं |

ii) सहायक निरीक्षक  (Sub inspector) भर्ती प्रक्रिया —

पुलिस विभाग मे सीधी भर्ती होने वाले पदो मे यह पद सर्वाधिक लोकप्रिय है, क्योंकि इसकी भर्ती के समय सर्वाधिक संख्या मे आवेदन प्राप्त होते है | इस पद पर भर्ती राज्य की अधीनस्थ भर्ती एजेंसी द्वारा की जाती है |

शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification) —

सहायक निरीक्षक अथवा Sub inspector  पद पर भर्ती होने के लिए आमतौर पर स्नातक  होना अनिवार्य है | यदि विषय के बारे मे विचार करें तो अभ्यर्थी किसी भी विषय से ( आर्ट्स, साइन्स, कॉमर्स ) ग्रेजुएट होना चाहिए | सिर्फ उप- निरीक्षक (रेडियो)/ (अंगुल चिन्ह ) इन पदो पर भर्ती के लिए अनिवार्य रूप से विज्ञान विषय से स्नातक  होना अनिवार्य है |

आयू सीमा  (Age) —

पद पर भर्ती प्राप्त करने की आयु सीमा 21 से 25 वर्ष निर्धारित की गयी है ,अलग अलग राज्यों मे अधिकतम आयु सीमा मे परिवर्तन सम्भव है | आरक्षित वर्ग के लिए उच्चतम आयु सीमा मे छूट उपलब्ध है जो 2 से 5 वर्ष तक हो सकती है |

वेतनमान (Salary )

अलग अलग राज्यों के वेतन की राशि मे अंतर हो सकता है | क्योंकि महंगाइ भत्ते की दर राज्यों मे अलग अलग है |

आमतौर पर Sub inspector की  सेलेरी 9300-34800 ग्रेड पे 4200 से शुरू होती है ,शुरुआती सेलेरी 25 से 30 हजार तक होती है, जो समय के साथ बढ़ती जाती है |

Sub inspector परीक्षा में सफल होने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों से गुजरना होगा –

  1. PST (शरीरिक मानक परीक्षा)
  2. प्रारम्भिक परीक्षा
  3. मुख्य परीक्षा
  4. PET (शरीरिक योग्यता परीक्षा)
  5. साक्षात्कार
  1. PST (शरीरिक मानक परीक्षा)–           इस परीक्षण मे कद,(Hight) घुटना, समतल तलवा, (flat foot) आँख, (Eye sight) छाती (chats) आदि की जांच की जाती है , विस्तृत विवरण सिपाही भर्ती मे पहले ही दी जा चुकी है कमोवेश वही परीक्षण यहाँ भी किए जाते है |
  2.  प्रारम्भिक परीक्षा 

शारीरिक माप तोल के बाद प्रारंभिक लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है । यह लिखित परीक्षा कुल 300 अंकों की होगी। सभी प्रश्न कंप्यूटराइज्ड वैकल्पिक प्रकार के होंगे। इस परीक्षा में मुख्य रूप से प्रश्न सामान्य ज्ञान से सम्बंधित पूछे जातें हैं ।

इस Prelims / प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। इसमें 20 गुना अभ्यर्थियों को मुख्य लिखित परीक्षा (Mains Examination) के लिए प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा।

  3  मुख्य परीक्षा–

मुख्य परीक्षा का पेटर्न निम्न प्रकार हो सकता है | अलग अलग राज्यो मे विषयों मे कुछ असमानता हो सकती है |

 

क्रम संख्या

विषय का नाम 

कुल अंक 

समयावधि

1.

हिंदी और अंग्रेजी

200

2 घंटे।

2.

एप्टीट्यूड टेस्ट या संख्यात्मक योग्यता

200

2 घंटे।

3.

सामान्य ज्ञान / सामान्य अध्ययन

200

3 घंटे।

4.

विज्ञान (जीव विज्ञान, गणित और रसायन विज्ञान)

200

2 घण्टे।

5.

कम्प्यूटर

200

2 घंटे।

 

  • (1) हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दक्षता: यह परीक्षा 200 अंकों की होती है  और इसके लिए कुल 2 घंटे का समय निर्धारित होता  है। यह परीक्षा सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है। इस परीक्षा में अंग्रेजी के लिए 75 अंक और हिंदी के लिए 125 अंकों होते हैं ।
  • (2) सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन : यह परीक्षा 200 अंकों की होती है और दो घंटे का समय दिया जाता है । यह परीक्षा सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य होती है।
  • (3) एप्टीटुड टेस्ट (Aptitude Test): यह परीक्षा कुल 200 अंकों की होती है और दो घंटे का समय दिया जाता है। यह परीक्षा सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य होती है।
  • (4) विज्ञान परीक्षा (गणित, भौतिकी और रसायन): यह परीक्षा कुल 200 अंकों की होती है  और इसके लिए 2 घंटे घंटे का समय दिया जाता है । यह परीक्षा केवल ऐसे अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य होती है  जिन्होने उप- निरीक्षक (रेडियो)/ (अंगुल चिन्ह ) / (प्रश्नाधीन दस्तावेज) के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन किया हो  ।
  • (5) कंप्यूटर विज्ञान की परीक्षा: यह परीक्षा कुल 200 अंकों की होगी और इसके लिए 2 घंटे निर्धारित है । यह परीक्षा केवल ऐसे अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है जिन्होने  उप- निरीक्षक (कंप्यूटर), पद के लिए आवेदन किया है |
 4 PET (शरीरिक योग्यता परीक्षा)–

अभ्यर्थियो के शारीरिक क्षमता की जांच निम्न खेलो के आधार पर की जाती है | यह परीक्षा सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य होती है, यह परीक्षा कुल 300 अंकों के लिए आयोजित की जा सकती है, आइए सारणी के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं –

अनुमानित अंक तालिका

क्रमांक

नाम

कुल अंक

1

लंबी कूद

60 अंक

2

ऊंची कूद

60 अंक

3

गोला फेंक

60 अंक

4

100 मीटर दौड़

60 अंक

5

1500 मीटर दौड़

60 अंक

इस चरण मे न्यूनतम अहर्ता के लिए अंक निर्धारित होते है

साक्षात्कार – 

केवल उन्ही उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जात है , जिन्हें शारीरिक योग्यता परीक्षा में न्यूनतम अहर्ता अंक अर्जित किए  हैं ,यदि आप शारीरिक योग्यता परीक्षा न्यूनतम अहर्ता अंक प्राप्त नहीं करते हैं तो आपको अनुत्तीर्ण मान लिया जाएगा, साक्षात्कार मे अभ्यार्थी के ज्ञान और वाक्य कुशलता की परीक्षा होती है ।

भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में आमतौर पर पदों के 3 गुना संख्या में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, और शारीरिक योग्यता से प्राप्तांक लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक और इंटरव्यू से प्राप्त अंकों को जोड़कर एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है, जिसके आधार पर अभ्यर्थियों का अंतिम चयन होता है |

इस प्रकार इन सारे  चरणों से गुजरने के बाद एक सफल अभ्यर्थी को अंतिम रूप से चयनित करके पुलिस विभाग द्वारा प्रशिक्षण या ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है |

ट्रेनिंग (प्रशिक्षण)

 

अंतिम रूप से चयनित होने वाले प्रतियोगियो को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाता है | प्रशिक्षण अवधि 1 से 1.5 वर्ष की हो सकती है| प्रशिक्षण मे हथियारो को चलाने, रख रखाव, पुलिस प्रशासन , भारतीय दंड साहिता आदि का ज्ञान दिया जाता है | प्रशिक्षण अवधि समाप्त होने के बाद पदस्थापना दे दी जाती है |

iii) उपपुलिस अधीक्षक  (Deputy superintendent of police)भर्ती —

राज्य प्रशासन में द्वितीय श्रेणी का यह पद उच्च स्तरीय पुलिस प्रशासनिक पद है इसकी भर्ती राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा की जाती है अलग-अलग राज्यों के लोक सेवा आयोग द्वारा इस की भर्ती की परीक्षा राज्य स्तर के द्वितीय श्रेणी और तृतीय श्रेणी के अंतर्गत आने वाले पदों के साथ की जाती है आमतौर पर यह परीक्षा तीन  चरणों में संपन्न होती है| भर्ती की पूरी प्रक्रिया की जानकारी के लिए राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा जारी विज्ञापन को देखा जा सकता है |

     i)   प्रारंभिक परीक्षा 

     ii)  मुख्य परीक्षा

     iii) साक्षात्कार

शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification) —

उपपुलिस अधीक्षक  (Deputy superintendent of police) पद पर भर्ती होने के लिए आमतौर पर स्नातक  होना अनिवार्य है | यदि विषय के बारे मे विचार करें तो अभ्यर्थी किसी भी विषय से ( आर्ट्स साइन्स कॉमर्स ) ग्रेजुएट होना चाहिए |

आयू सीमा  (Age) —

पद पर भर्ती प्राप्त करने की आयु सीमा 21 से 30 वर्ष निर्धारित की गयी है ,अलग अलग राज्यों मे अधिकतम आयु सीमा मे परिवर्तन सम्भव है | आरक्षित वर्ग के लिए उच्चतम आयु सीमा मे छूट उपलब्ध है जो 2 से 5 वर्ष तक हो सकती है |

वेतनमान (Salary )

अलग अलग राज्यों के वेतन की राशि मे अंतर हो सकता है | क्योंकि महंगाइ भत्ते की दर राज्यों मे अलग अलग है |

आमतौर पर उपपुलिस अधीक्षक की  सेलेरी 9300-34800 ग्रेड पे 4200 से शुरू होती है ,शुरुआती सेलेरी 30 से 35 हजार तक होती है जो समय के साथ बढ़ती जाती है |

iv) पुलिस अधीक्षक  (Superintendent of police )

पुलिस प्रशासन में सबसे उच्च स्तर पर सीधी भर्ती वाला यह पद है | इससे ऊपर के सभी पदों पर पदोन्नति द्वारा ही भर्ती होती है । अखिल भारतीय स्तर की यह पुलिस सेवा वर्ग 1 के अंतर्गत आती है और इसकी भर्ती प्रक्रिया संघ लोक सेवा आयोग द्वारा की जाती है |

पुलिस अधीक्षक का पद अत्यंत प्रतिष्ठित पद है जो पुलिस विभाग का जिला प्रशासन का मुखिया होता है | इस पद की भर्ती प्रक्रिया और सेवा शर्तों का संपूर्ण विवरण संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी होने वाले विज्ञापनों में देखा जा सकता है |

पुलिस प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कैसे करें |

प्रतियोगिता के आधुनिक दौर में सभी शासकीय पदों की भर्ती में कठिन प्रतियोगिता का सामना करना पड़ता है |

पुलिस विभाग में तो दोहरी प्रतियोगिता होती है मानसिक और शारीरिक और यह प्रतियोगिता उस समय और कठिन हो जाती है जब इन पदों पर होने वाली भर्ती नियमित नहीं होती है कई बार तो नई भर्ती( constable, S.I) के लिए अभ्यार्थी सालों तक इंतजार करते रह जाते हैं ।

ऐसे में वह कौन सी तकनीक या तरीके हो सकते हैं जो आपको इस परीक्षा में सफल बना सकते हैं, तो इसकी चर्चा भी अनिवार्य है | इस चर्चा को दो हिस्से में बांटा जा सकता है, पहला कॉन्स्टेबल और एसआई के लिए और दूसरा डीएसपी और एसपी के लिए, क्योंकि दोनों की परीक्षा की तैयारी में व्यापक अंतर है।
कॉन्स्टेबल और एसआई के पदों की भर्ती के लिए निम्न तथ्यों को ध्यान में रखना चाहिए |

1) शारीरिक खेलकूद की गतिविधियों से नियमित जुड़े रहना चाहिए |

2) परीक्षा की तैयारी नियमित रूप से करनी चाहिए, जैसा कि अगले दिन अगले सप्ताह या अगले महीने यह परीक्षा होने वाली है |

3) अनुभवी लोगों से सलाह लेकर खेलकूद की क्षमता को बढ़ाने का प्रयास लगातार करना चाहिए |

4) सबसे कठिन वह दौर होता है जब ना तो कोई भर्ती हो रही होती है और ना ही उसकी कोई सूचना होती है, ऐसे समय में अपने आप को सकारात्मक बनाए  रखकर अपनी नियमित तैयारी जारी रखनी चाहिए |

5) प्रत्येक रोज परीक्षा की तैयारी के छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उन्हें उसी दिन हासिल करने का प्रयत्न करना चाहिए |

6) यदि किसी भी प्रकार का नशा करते हैं तो उसका तुरंत त्याग कर देना चाहिए, क्योंकि कोई भी नशा आपकी शारीरिक और मानसिक क्षमता को कम कर देता है |

7) किसी की भी नकारात्मक और भ्रामक बातों में आकर तैयारी से विमुख नहीं होना चाहिए |

8) यदि आप जनरल या सामान्य वर्ग से हैं तो आपको एक से अधिक कैरियर विकल्प रखकर ही तैयारी करनी चाहिए |

DSP और I.P.S.  के पद की तैयारी

उच्च स्तरीय प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति के लिए शारीरिक क्षमता (खेलकूद) की अपेक्षा बौद्धिक क्षमता पर विशेष जोर दिया जाता है | निम्न तथ्य तैयारी में सहायक हो सकते हैं |

1) प्रतिदिन 5 से 6 घंटे पढ़ने और 2 से 3 घंटे तक लेखन का अभ्यास करना चाहिए |

2) परीक्षा के चरणों (प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू) के अनुरूप रणनीति बनाकर तैयारी करनी चाहिए।

3) अपने आसपास के ऐसे लोगों से सलाह लेने का प्रयास करना चाहिए जिन्होंने प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त की है |

4) इन परीक्षाओं का एक बड़ा हिस्सा समसामयिक घटनाओं का होता है तो प्रतिदिन स्तरीय अखबारों का अध्ययन करना चाहिए |

5) पुस्तकों में इंटरनेट पर और अन्य प्लेटफार्म पर जानकारी और तथ्यों की भरमार है, इसलिए बेकार के तथ्यों और जानकारियों में उलझने के बजाय पाठ्यक्रम

     (सिलेबस) के अनुरूप अध्ययन करना चाहिए।

इस प्रकार इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर आप तैयारी करेंगे तो आपका सिलेक्शन सुनिश्चित हो जाएगा, फिर भी यदि दुर्भाग्य से ऐसा नहीं होता है तो दुनिया बहुत बड़ी है इससे भी बेहतर जॉब ऑप्शन के द्वार आपके लिए खुल सकते हैं इसलिए मायूस नहीं होना चाहिए |

हम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए, जब कलाम जी कॉलेज में थे तो वे वायुसेना में पायलट बनना चाहते थे, और दो बार इसके लिए प्रयास करने के बाद भी उनका चयन नहीं हुआ, और कुछ समय के लिए वह मायूस और निराश भी हो गए, फिर आगे का किस्सा तो हम सभी जानते ही हैं, वह देश के राष्ट्रपति बने और भारतीय सेना के सुप्रीम कमांडर, 70 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना सपना पूरा किया और फाइटर प्लेन उड़ाना सीखा और पायलट बने |

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विशेष आभार ; D.S.P.  Lalita Mehar ( Chhattisgarh Police )

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