भूकंप ऐसी प्राकृतिक घटना है जिसका पूर्वानुमान संभव नहीं है कुछ दशाओं में ज्वालामुखी घटना से होने वाले भूकंप के अलावा अन्य भूकंप की दशा में कुछ मिनट पूर्व इसका ज्ञान होता है, जिससे लोगों को सावधान करने का समय नहीं होता है।
इस लेख में भूकंप से खुद को सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी मिलेगी। विश्व के लगभग सभी देश इस प्राकृतिक घटना से प्रभावित होते हैं। जापान विश्व में सर्वाधिक भूकंप का सामना करने वाला देश है इसका कारण है जापान परी प्रशांत फॉल्ट रेखा पर स्थित है।
भूकंप के दौरान भू सतह की ऊपरी परत गतिमान होती है जिससे भवन, पूल, फ्लाई ओवर आदि धरासायी हो जाते हैं और उनकी चपेट में आने से लोग जख्मी होते हैं या मारे जाते हैं।
जापान में भूकंप से बचाव की ऐसी तकनीक विकसित कर दी है कि वर्ष में हजारों भूकंप की घटनाओं के बावजूद वहां एक भी व्यक्ति प्रभावित नहीं होता है।
भूकंप से बचाव को दो भागों में बांटा जा सकता है।
1 भूकंप आने से पूर्व बचाव के उपाय
2 भूकंप आने पर बचाव के उपाय
1 भूकंप आने से पूर्व बचाव के उपाय
भूकंप ऐसी प्राकृतिक घटना है जिसका पूर्वानुमान संभव नहीं है इसलिए भूकंप आने से पूर्व ही उससे बचने के उपाय कर लेना ही श्रेयकर होता है।
भूकंप आने से पूर्व उससे बचाव के लिए किए जाने वाले प्रयासों में सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयास और व्यक्तिगत किए जाने वाले प्रयास महत्वपूर्ण है।
i) सरकार द्वारा किए जाने वाले बचाव के उपाय
भूकंप आने से पूर्व सरकार द्वारा किए जाने वाले बचाव के उपाय अत्यंत महत्वपूर्ण है निम्न उपाय सरकार द्वारा भूकंप आने से पूर्व किए जाने चाहिए।
A ) भूकंप प्रवणता वाले क्षेत्रों में सरकार को भवन निर्माण के नियमों को सख्त करना चाहिए ताकि भूकंप रोधी भवन ही बनाए जाएं।
B ) भूकंप आने से पूर्व आपदा प्रबंधन की समुचित व्यवस्था सरकार को कर लेनी चाहिए।
C ) भूकंप आने की सूचना (वार्निंग) देने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
D ) तटीय इलाकों में भूकंप के प्रभाव से सुनामी आने की संभावना होती है जिसकी पूर्व सूचना देने की व्यवस्था सरकार द्वारा होनी चाहिए।
E ) सार्वजनिक भवनों के निर्माण में भूकंप रोधी तकनीक का उपयोग होना चाहिए।
F ) भूकंप तीव्रता वाले क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करना और भूकंप से बचाव का उपाय बताना, सरकार की तरफ से इसकी समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
ii) भूकंप आने से पूर्व सामान्य लोगों द्वारा बचाव के निम्न उपाय महत्वपूर्ण होते हैं।
A) भूकंप क्षेत्र में मल्टी स्टोरीज बिल्डिंग का ना तो निर्माण करना चाहिए ना उनमें रहना चाहिए।
B) भूकंप रोधी भावनाओं का निर्माण करना चाहिए और ऐसे भवनों में रहने से बचना चाहिए जो भूकंप रोधी नहीं है।
C) सरकार द्वारा भूकंप से बचाव के लिए बनाई गई गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।
D) अत्यधिक घने और बेतरतीब बने आवासीय परिसरों में निवास करने से बचना चाहिए।
E) स्वयं भी भूकंप के आने पर बचाव के उपाय सीखने चाहिए, साथ ही बच्चों को भी भूकंप से बचाव के उपायों की शिक्षा देनी चाहिए।
उपयुक्त उपायों से हम खुद को भूकंप आने से पूर्व सुरक्षित कर सकते हैं लेकिन भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक घटना है जिसे रोका नहीं जा सकता अतः हमें भूकंप आने के बाद भी सुरक्षा के उपाय को अपनाना होगा।
इसके लिए भी हम इन उपायों को दो भागों में बांट सकते हैं एक सरकार द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय और दूसरा आम जनों द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय।
2 भूकंप आने पर बचाव के उपाय
i) सरकार द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय
ii) आम जनों द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय
i) सरकार द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय
A) सरकार द्वारा भूकंप आने पर इसकी त्वरित सूचना नागरिकों को देने की व्यवस्था करनी चाहिए।
B) राहत और बचाव तथा लोगों को रेस्क्यू करने की व्यवस्था करनी चाहिए।
C) भूकंप के दौरान घायल हुए लोगों के इलाज की उचित और त्वरित व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए।
D) भूकंप का पहला झटका आने के बाद अन्य झटके आने की भी संभावना को देखते हुए लोगों के लिए टेंट आदि की व्यवस्था सरकार द्वारा करनी चाहिए।
E) भूकंप ग्रस्त इलाकों में जल्दी से जल्दी बिजली पानी की व्यवस्था को फिर से बहाल करना चाहिए।
ii) आम जनों द्वारा भूकंप से बचाव के उपाय
A) भूकंप आने पर घरों से बाहर खुले स्थान पर तुरंत पहुंचना चाहिए।
B) यदि घर में ऐसे स्थान पर हैं जहां से बाहर निकलना संभव नहीं है तो भवन के किसी कोने में भारी और मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाना चाहिए।
C) यदि आप बहुमंजिला इमारत में है तो बाहर निकालने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करना चाहिए।
D) अगर वाहन जैसे कार बस बाइक में हों तो उसे सड़क किनारे रोक कर वाहन से बाहर निकल जाना चाहिए लेकिन यह भी ध्यान रखना होगा कि आसपास बड़े पेड़ खंभे या बिल्डिंग ना हो।
E) बड़े भवन पेड़ टेलीफोन लाइन बिजली की लाइन फ्लाईओवर और पुल आदि से दूर रहना चाहिए।
F) आपातकालीन टेलीफोन नंबर परिवार के सभी सदस्यों के पास होना चाहिए।