Shastriya nritya. भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्य शैलियां ।

Shastriya nritya

Shastriya nritya :– भारत में प्रचलित कुछ प्रमुख Shastriya nritya शैलियों के विषय में जानते हैं। शास्त्रीय नृत्य शैलियां अपने-अपने राज्यों की विशिष्ट पहचान बन चुकी है शास्त्री नृत्य शैलियों को गुरु शिष्य परंपरा के तहत सीखा और अगली पीढ़ी को सिखाया जाता है प्रमुख नृत्य शैलियां और उनकी विशेषताएं निम्न है। i) भरतनाट्यम भरतमुनि … Read more

नृत्य । भारत की विभिन्न नृत्य शैलियाँ ।

नृत्य

नृत्य कला उतनी ही प्राचीन है जितनी वादन, गायन और संगीत की कला ऐसा माना जाता है कि गायन और वादन कला के साथ ही नृत्य कला का भी विकास हुआ है। भारत में नृत्य कला की उत्पत्ति देवालयों  में देवदासियों द्वारा आध्यात्मिक अर्चना के माध्यम के रूप में हुई समयांतर के बाद यह नृत्य … Read more

Sirpur. छत्तीसगढ़ का एक प्राचीन और पुरातात्विक नगर

Sirpur

Sirpur छत्तीसगढ़ का एक प्राचीन और पुरातात्विक नगर है जो प्राचीन काल से कई राजाओं की राजधानी थी इस नगर के पुरा अवशेषों में हिंदू बौद्ध और जैन धर्म के प्रमाण प्राप्त होते हैं । संभवत प्राचीन काल में यह छत्तीसगढ़ का सबसे वैभवशाली नगर रहा होगा, इस स्थल से प्राप्त स्तूप और मंदिर अपनी … Read more

Lok nritya. भारत के विभिन्न प्रदेशों में प्रचलित प्रमुख लोक नृत्य ।

lok nritya

भारत विविध संस्कृति वाला देश है खान-पान रहन-सहन वस्त्र त्योहार संगीत नृत्य आदि में पूरे देश में व्यापक विविधता पाई जाती है प्रत्येक राज्य की नृत्य में अपनी लोक शैली है । इस लेख के माध्यम से जानने का प्रयास करेंगे की भारत के राज्यों के lok nritya कौन-कौन से हैं, और उनकी क्या विशेषताएं … Read more

Jwar bhata kise kahate hain

Jwar-bhata

महासागरीय जल में कई प्रकार की गतियाँ पाई जाती है जिनमें लहर, समुद्री धाराएं और ज्वार भाटा प्रमुख है इस लेख में हम जानने का प्रयास करेंगे कि Jwar bhata kise kahate hain और Jwar bhata kya hai ज्वार भाटा के अंतर्गत एक निश्चित समय अंतराल पर दिन में दो बार महासागरीय जल तटों से … Read more

Dholavira. हड़प्पा सभ्यता के पूरा स्थलों में एक नवीन कड़ी ।

Dholavira.

हड़प्पा सभ्यता में प्रारंभिक खोजों में इसे एक सीमित क्षेत्र की ही सभ्यता माना गया था और इसे सिंधु घाटी सभ्यता कहा गया परंतु बाद में और विस्तृत खोजों के परिणाम स्वरूप और कई नए स्थलों की खोज हुई जिनका विकास सिंधु घाटी या हड़प्पा सभ्यता के बाद भी हुआ था। इन्हीं में से एक … Read more

Dantewada. ग्रीनीज़ वर्ड रिकॉर्ड होल्डर जिला।

Dantewada

Dantewada इतिहास :– Dantewada अथवा दंडकारण्य के इस क्षेत्र में तीसरी के आठवीं शताब्दी तक नल वंश का शासन था इस वंश के प्रथम शासक वाराह राज थे। दक्षिण कौशल में कलचुरी वंश का शासन काल था, उसी समय बस्तर छिंदक नाग वंश के राजा का शासन था, यह नागवंशी चक्रकोट के राजा के नाम … Read more

महाजनपद।16 महाजनपदों का परिचय।

16 महाजनपद

क्या हैं 16 महाजनपद :– महाजनपद राजनीतिक रूप से एक क्षेत्र विशेष में स्थापित शक्तियां थी, जिसमें स्वतंत्र राज्यों की संख्या 16 थी। महाजनपदों का क्षेत्र निश्चित नहीं था, कुछ क्षेत्रफल में एक बड़े भूभाग में फैले थे जैसे मगध और कुछ छोटे भूभाग में स्थित थे जैसे वज्जी। जनपद शब्द का व्यापक प्रभाव आज … Read more

Sukma. सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिला ।

sukma

Sukma का इतिहास :– 1000 वर्ष पूर्व से यह बस्तर रियासत के अंतर्गत एक जमीदारी थी कालांतर में जब छत्तीसगढ़ में मराठों का प्रभाव हुआ तो यह मराठों के अधीन हो गया फिर मराठों से सत्ता अंग्रेजों के अधीन हुई तो यह क्षेत्र अंग्रेजों के अधीन हो गया । यहां की जमीदारी व्यवस्था निरंतरता में … Read more

Kondagaon. एशिया का सबसे बड़ा लाग डिपो।

Kondagaon

Kondagaon का इतिहास  :– जिले के रूप में Kondagaon का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है 15 अगस्त 2011 को इसके निर्माण की घोषणा की गई थी और 1 जनवरी 2012 को इसकी स्थापना हुई। कोंडागांव शब्द कांदानार से आया है कंदमूल की लताओं को कांदानार कहा जाता है, ऐसा अनुमान है की प्रारंभिक वसाहट इस … Read more